Bewafa Shayari: 25 बेवफा शायरी, टूटे हुए दिल के दर्द और दुख को व्यक्त करने का एक शक्तिशाली तरीका

Bewafa Shayari: 25 बेवफा शायरी, टूटे हुए दिल के दर्द और दुख को व्यक्त करने का एक शक्तिशाली तरीका

"बेवफा शायरी" - Bewafa Shayari हिंदी और उर्दू कविता का एक रूप है जो किसी प्रियजन द्वारा धोखा दिए जाने के दर्द और दिल की धड़कन को व्यक्त करता है। "बेवफा" शब्द का अर्थ है "विश्वासघाती" या "विश्वासघाती" और कविता का यह रूप अक्सर प्रेम, विश्वास और विश्वासघात के विषयों की पड़ताल करता है।



बेवफा शायरी - bewafa shayari एक टूटे हुए दिल के दर्द और दुख को व्यक्त करने का एक शक्तिशाली तरीका है, और यह उन लोगों के लिए एक भावपूर्ण अनुभव हो सकता है जिन्होंने विश्वासघात के दर्द का अनुभव किया है। बेवफा शायरी के छंद अक्सर जटिल भावनाओं को संक्षिप्त और शक्तिशाली तरीके से व्यक्त करने के लिए सुंदर और विचारोत्तेजक भाषा का उपयोग करते हैं।


आज हम आपके लिए लेकर आये है कुछ बेहतरीन और दिल को छू लेने वाली बेवफा शायरी - breakup shayari। जो शायरी अपने आप में एक दिल की आवाज़ है जिसे आपके चाहने वाले को सुनना ही पड़ेगा या फिर यु कहिये की सुने बिना रह नहीं सकेंगे। तो मेरे जख्मी दिल वालो पेश ऐ खिदमत है, हर दिलजले की आवाज़ bewafa shayari पढ़िए और शेयर कीजिये।

Bewafa Shayari Collections


मेरी यादें, मेरा चेहरा, मेरी बातें रुलायेंगी,हिज़्र के दौर में, गुज़री मुलाकातें रुलायेंगी,दिन तो चलो तुम काट भी लोगे फसानों में,जहाँ तन्हा रहोगे तुम, तुम्हें रातें रुलायेंगी। 

 

अकसर प्यार में लोग बेवफा हो जाते है। कुसूरवार कौन होता है। हालत लिखें जाते है। पेश करते है कुछ वेहतरीन बेवफाई शायरी दिल से दिल तक।

 

रिश्ते काँच की तरह होते है,टूटे जाए तो चुभते है.इन्हे संभालकर हथेली पर सजनाक्योकि इन्हे टूटने मे एक पलऔर बनाने मे बरसो लग जाते है।

 

धोखा दिया था जब तूने मुझे. जिंदगी से मैं नाराज था,सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं. मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था।

 

कुछ तो मजबूरियां रही होंगी यूं कोई बेवफा नही होता, टटोल कर देखो अपने दिल को, हर फासला बेवजह नहीं होता।

 


प्यार वो हम को बेपनाह कर गये,फिर ज़िनदगीं में हम को,तन्नहा कर गये, चाहत थी उनके इश्क में,फ़नाह होने की,पर वो लौट कर आने को,भी मना कर गये.।

 

लोग कहते हैं प्यार एक ऐसी बिमारी है जिसकी कोई दवा नहीं,अरे उन्हें क्या मालूम बेवफाई एक ऐसी दवा है जिससे यह बिमारी कभी दोबारा नहीं होती.

 

क्या करूँगा उसका इंतज़ार करके। जब चली गई वो मुझे बर्बाद करके। सोचा था अपना भी एक जहाँ होगा। मगर मिली सिर्फ तन्हाई उसे प्यार करके.

 

बड़ी आसानी से दिल लगाये जाते हैं,पर बड़ी मुश्किल से वादे निभाए जाते हैं,ले जाती है मोहब्बत उन राहो पर,जहा दिए नही दिल जलाए जाते हैं.

 

एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक, जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा।

 


आशिक़ी हो कि बंदगी ‘फ़ाख़िर’, बे-दिली से तो इब्तिदा न करो।

 

रफ़ीक़ों से रक़ीब अच्छे जो जल कर नाम लेते हैं। गुलों से ख़ार बेहतर हैं जो दामन थाम लेते हैं।

 

मैं इसे किस्मत कहूँ या बदकिस्मती अपनी, तुझे पाने के बाद भी तुझे खोजता रहा, सुना था वो मेरे दर्द मे ही छुपा है कहीं, उसे ढूँढने को मैं अपने ज़ख्म नोचता रहा.

 

मेरी मोहब्बत मेरे दिल की गफलत थी, मैं बेसबब ही उम्र भर तुझे कोसता रहा, आखिर ये बेवफाई और वफ़ा क्या है, तेरे जाने के बाद देर तक सोचता रहा.

 

वो नदियाँ नहीं आंसू थे मेरे, जिस पर वो कश्ती चलाते रहे, मंजिल मिले उन्हें यह चाहत थी मेरी, इसलिए हम आंसू बहाते रहे.

 


उस अजनबी का यूँ न इंतज़ार करो, इस आशिक दिल का न ऐतबार करो, रोज़ निकला करें किसी के याद में आंसू, इतना न कभी किसी से प्यार करो.

 

आज किसी की दुआ की कमी है, तभी तो हमारी आँखों में नमी है, कोई तो है जो भूल गया हमें, पर हमारे दिल में उसकी जगह वही है.

 

हर रिश्ते को अजमाया है हमने, कुछ पाया पर बहुत गवाया है हमने, हर उस शख्स ने रुलाया है, जिसे भी हमने इस दिल में बसाया है.

 

भरी महफिल में तन्हा मुझे रहना सिखा दिया, तेरे प्यार ने दुनिया को झूठा कहना सिखा दिया, किसी दर्द या ख़ुशी का एहसास नहीं है अब तो, सब कुछ ज़िन्दगी ने चुपचाप सहना सिखा दिया.

 

वफ़ा के नाम से वो अनजान थे, किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे, हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला, हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे.

 


छलक जाने दो पैमाने। मैखाने भी क्या याद रखेंगे,आया था कोई दिवाना, अपनी मोहब्बत को भुलाने।

 

सजा कैसी मिली मुझको तुमसे दिल लगाने की,रोना ही पड़ा है जब कोशिश की मुस्कुराने की,कौन बनेगा यहाँ मेरी दर्द-भरी रातों का हमराज,दर्द ही मिला जो तुमने कोशिश की आजमाने की।

 

चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा,लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा,मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए,क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा।

 

हाय ये तेरी नजरो का पैनापन, इतनी गहराई समाई है इनमे, की अब तो तैरने से भी डर लगता है

 

इल्जाम न दे मुझको तूने ही सिखाई बेवफाई है,देकर के धोखा मुझे मुझको दी रुसवाई है,मोहब्बत में दिया जो तूने वही अब तू पाएगी,पछताना छोड़ दे तू भी औरों से धोखा खायेगी।

 


मैंने भी किसी से प्यार किया था, उनकी राहों में इंतजार किया था, हमें क्या पता वो भूल ज्यांगे हमें, कसूर उनका नहीं मेरा ही था, जो एक बेवफा से प्यार किया था !!

 

धन्यवाद् संदेश !

हमें उम्मीद है कि बेवफा शायरी का हमारा संग्रह उन लोगों को आराम और सांत्वना प्रदान कर सकता है जो कठिन समय से गुजर रहे हैं। अगर आपको किसी प्रियजन ने धोखा दिया है या टूटे हुए दिल से संघर्ष कर रहे हैं, तो जान लें कि आप अकेले नहीं हैं। हम आपको हमारी बेवफा शायरी को उन अन्य लोगों के साथ साझा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जो समान अनुभव से गुजर रहे हों, साथ ही उन लोगों के साथ जो हिंदी और उर्दू कविता की सुंदरता और शक्ति की सराहना करते हैं।

हमारे बेवफा शायरी - Bewafa Shayari संग्रह को पढ़ने के लिए समय निकालने के लिए धन्यवाद। हम आशा करते हैं कि इसने आपके दिल को छुआ है और आपकी ज़रूरत के समय में कुछ आराम प्रदान किया है। यदि आपके पास कोई टिप्पणी या सुझाव हैं, तो कृपया बेझिझक उन्हें हमारे साथ साझा करें। आपका फ़ीडबैक हमेशा सराहनीय होता है! 

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